रियो ओलंपिक में महिलाओं की एकल बैडमिंटन स्पर्धा के क्वार्टरफाइनल में भारत की पीवी सिंधू से हारने वाली चीनी खिलाड़ी वांग हियान ने संन्याल की घोषणा की है। संन्यास की वजह उन्होंने रियो में निराशाजनक प्रदर्शन को बताया है। रियो ओलंपिक में वांग हियान को दूसरी वरीयता दी गई थी। विश्व रैंकिंग में 11 वें स्थान पर काबिज सिंधू ने दूसरे नंबर की वांग हियान के खिलाफ स्किल और नर्व्स का जोरदार प्रदर्शन किया।
28 वर्षीय वांग हियान साल 2011 में विश्व चैंपियन बनीं। साल 2012 के लंदन ओलंपिक में उन्होंने रजत पदक हासिल किया था। उनके नाम 19 सुपर सीरीज खिताब है। वह तीन बार एशियन चैंपियन रह चुकी हैं। संन्यास की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि एक दशक लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर के बारे में उन्होंने कहा कि 12 साल तक मेरे जीवन में बेहतरीन अनुभव देने के लिए शुक्रिया। अब मैैं बैडमिंटन को अलविदा कहकर अपने जीवन का नया अध्याय शुरू करना चाहती हूं।
रियो ओलंपिक में उन्हें दूसरी वरीयता मिली थी लेकिन क्वार्टर फाइनल में उन्हें पीवी सिंधू ने मात दी। यही उनके करियर का आखिरी मैच साबित हुआ। साल 2004 में उन्हें पहली बार चीन की राष्ट्रीय टीम में जगह हासिल हुई थी। इसके बाद उन्हें सीनियर टीम में भेज दिया गया। साल 2009 में वह पहली बार विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनी थीं।