
विशाखापट्टनम: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले जा रहे तीन मैच की सीरीज के पहले मैच में रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल की धमाकेदार पारियों की बदौलत टीम इंडिया मजबूत स्थिति में पहुंच गई है। मयंक अग्रवाल की 215 और रोहित शर्मा की 176 रन की पारियों की बदौल भारतीय टीम ने पहली अपनी पहली पारी 7 विकेट पर 502 रन पर घोषित की। इसके बाद दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका ने महज 39 रन पर तीन विकेट गंवा दिए हैं।
जहां मैच के पहले दिन रोहित शर्मा स्टार रहे तो दूसरे दिन की सारी चमक मयंक अग्रवाल बटोर ले गए। मयंक ने घरेलू सरजमीं पर पहली टेस्ट पारी खेलते हुए दोहरा शतक जड़ने का अनोखा कारनामा कर दिखाया। उन्होंने अपनी इस पारी के दौरान 23 चौके और 6 छक्के जड़े। इस दौरान उन्होंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में पारी का आगाज कर रहे रोहित शर्मा के साथ रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी।
300+ साझेदारी करने वाली तीसरी आरंभिक जोड़ी
रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल गुरुवार को टेस्ट क्रिकेट इतिहास में 300 रन की भागीदारी निभाने वाली तीसरी भारतीय सलामी जोड़ी बन गयी। रोहित और अग्रवाल के अलावा टेस्ट क्रिकेट में पहले विकेट के लिये 300 से ज्यादा रन की साझेदारी करने वाली जोड़ी वीनू मांर्कंड और पंकज रॉय तथा वीरेंद्र सहवाग और राहुल द्रविड़ की हैं। मार्कंड और रॉय के बीच साल 1956 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 413 रन की साझेदारी हुई थी। वहीं राहुल द्रविड़ और वीरेंद्र सहवाग ने पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में पहले विकेट के लिए 410 रन की साझेदारी की थी।
पहले शतक को डबल सेंचुरी में तब्दील करने वाले चौथे भारतीय
मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पदार्पण करने वाले 28 साल के अग्रवाल को टेस्ट शतक जमाने में आठ पारियां लगी। वह टेस्ट क्रिकेट में शतक जड़ने वाले 86वें भारतीय बल्लेबाज हैं लेकिन उन्होंने अपने पहले टेस्ट शतक को दोहरे शतक में तब्दील करने वाले खिलाड़ियों के स्पेशल क्लब में अपना नाम दर्ज करा लिया है। वह ऐसा करने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
उनसे पहले दिलीप सरदेसाई, विनोद कांबली और करुण नायर ऐसा कर चुके हैं। सरदेसाई ने साल 1965 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट शतक के रूप में 200* रन की पारी खेली थी। इसके बाद विनोद कांबली ने 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट शतक को दोहरे शतक(224) में बदलकर धमाल मचा दिया था। वहीं करुण नायर ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए साल 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट शतक को तिहरे शतक(303*) में तब्दील कर दिखाया था।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरी सबसे बड़ी पारी
मयंक अग्रवाल दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ी टेस्ट पारी खेलने के में दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। उन्होंने गुरुवार को 215 रन की पारी खेलकर सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा को पीछे छोड़ा। वीरेंद्र सहवाग इस सूची में 319 रन की पारी के साथ पहले स्थान पर हैं। सचिन तेंदुलकर ने 1996 में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 169 रन की पारी खेली थी। वहीं रोहित शर्मा ने इसी मैच में 176 रन बनाकर मयंक से पहले आउट हुए।
ओपनिंग में सबसे ज्यादा छक्के
रोहित शर्मा और मयंक अग्रवाल ने पहले विकेट के लिए 317 रन की साझेदारी के दौरान कुल 12 छक्के जड़े। ये किसी भी टीम की ओपनिंग जोड़ी द्वारा पहले विकेट के लिए साझेदारी के दौरान जड़े सबसे ज्यादा छक्के हैं। इससे पहले मैथ्यू हेडेन और जस्टिन लैंगर की जोड़ी ने साल 2004 में जिंबाब्वे के खिलाफ 11 छक्के जड़े थे। वहीं ब्रैडन मैकुलम और टॉम लैथम की जोड़ी ने शारजाह में पाकिस्तान के खिलाफ इतने ही छक्के जड़े थे। ऐसे में रोहित मयंक की जोड़ी ने एक नया विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर दिखाया है।