रियो पैरालम्पिक में रविवार का दिन बेहद अफसोसजनक रहा। इस दिन एक साइकिलिंग स्पर्धा के दौरान ईरान के पैरा-साइकिलिस्ट की मौत हो गई। अंतर्राष्ट्रीय पैरालम्पिक समिति (आईपीसी) के अनुसार, 48 वर्षीय बहमन गोलबार्नेजहाद को इस घटना के बाद दिल का दौरा पड़ा, जिसके कारण उनकी मौत हो गई।
एक बयान में कहा गया, बहमन को मौके पर स्वास्थ्य सहायता दी गई और एंबुलेंस के जरिए पास के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने के तुरंत बाद ही उनकी मौत हो गई। बहमन ने साल में 2012 लंदन पैरालम्पिक खेलों में भी हिस्सा लिया था। बहमन की मृत्यु के बाद इस घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
आईपीसी के अनुसार, पैरालम्पिक खेलों के 56 साल के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसीी एथलीट की स्पर्धा के दौरान मौत हुई है। बहमन ने बुधवार को सी-4 के ट्रायल में 14वां स्थान हासिल किया। वह रियो पैरालम्पिक में अपनी दूसरी रेस में हिस्सा ले रहे थे।उनके मित्र हाशेम रास्तेगारिमोबिन के अनुसार, बहमन ने 2002 में साइकलिंग में करियर की शुरुआत की थी। 1980 में युद्ध में लगी चोट में उन्होंने अपना एक पैर खो दिया था।
हाशेम ने कहा कि बहमन एक ऐसे इंसान थे, जिनके चेहरे पर हमेशा मुस्कुराहट रहती थी। वह खुशमिजाज व्यक्ति थे। ईरान की पैरालम्पिक समिति ने कहा, वह एक बेहतरीन पैरालम्पिक खिलाड़ी थे, जो प्यार और ऊर्जा के साथ देश के लिए पूरी कोशिश करते थे और अंत में उन्होंने इसी के लिए अपना जीवन दे दिया।साइकिलिंग के शासी निकाय यूसीआई के खेल निदेशक पियर्स जोन्स ने कहा, “हम जितनी जल्दी संभव हो सके, अधिक से अधिक जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं।
बहमन की मौत के बाद रियो में खेलगांव में उनके सम्मान में ओलंपिक फ्लैग को आधा झुका दिया गया।