कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत ने अपना 500वां टेस्ट खेला और इसमें न्यूजीलैंड को 197 रनों से मात दी। अब सीरीज का दूसरा टेस्ट कोलकाता के ऐतिहासिक ईडेन गार्डन में 30 सितंबर से खेला जाएगा। कोलकाता में खेला जाने वाला दूसरा टेस्ट मैच भी कई मायनों में ऐतिहासिक होगा। यह भारत की सरजमीं पर खेला जाने वाला 250वां टेस्ट होगा।
भारत की धरती पर खेले जाने वाले 250वें टेस्ट मैच को यादगार बनाने के लिए क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल ने पूरी तैयारी कर ली है। इस मौके पर बंगाल के पूर्व खिलाड़ियों और दोनों टीमों के खिलाड़ियों को देने के लिए चांदी के सिक्के तैयार कराए गए हैं। जिसमें 250 अंकित है। इसके साथ ही टॉस के लिए भी एक अलग सिक्का तैयार कराया गया है।
भारत ने पहली बार भारतीय सरजमीं पर 15 दिसंबर 1933 को इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई (बॉम्बे) के जिमखाना मैदान पर खेला था। इस मैच में कर्नल सीके नाइडू ने भारत की कप्तानी की थी। इस मैच मे भारत को 9 विकेट से हार मिली थी। इस मैच में इंग्लैंड के खिलाड़ी ब्रायन वेलेंटाइन ने 136 रन बनाए थे। यह भारतीय सरजमीं पर बनाया गया पहला शतक था।
भारतीय टीम की ओर से दूसरी पारी में लाला अमरनाथ ने 118 रन बनाए थे। यह भारत में किसी भारतीय खिलाड़ी द्वारा बनाया गया पहला शतक था। इससे पहले भारतीय गेंदबाज मोहम्मद निसार ने इंग्लैंड की पहली पारी में 90 रन देकर पांच विकेट हासिल कर भारत की धरती पर पांच विकेट हासिल करने वाले पहले गेंदबाज बने थे। इंग्लैंड के प्रारंभिक बल्लेबाज क्रिल वाल्टर्स भारत में अर्धशतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी थे। उन्होंने इंग्लैंड की ओर से पहली पारी में 78 रन बनाए थे। इसके बाद सीरीज का दूसरा टेस्ट जनवरी 1934 में कोलकाता में खेला गया था जो कि ड्रॉ रहा था।
1933-34 में पहली घरेलू सीरीज खेले जाने के 14 साल तक यानी वर्ष 1948 तक भारत में कोई टेस्ट मैच नहीं खेला गया। तीन मैचों की पहली घरेलू सीरीज में भारत को 2-0 से हार मिली थी। 1948 में वेस्टइंडीज ने भारत का दौरा किया था। इस सीरीज में 5 टेस्ट मैच खेले गए थे। जिसमें भारत को 4-0 से हार मिली थी।
क्रिकेट की दुनिया में घर का शेर कहलाने वाली टीम इंडिया को घरेलू सरजमीं पर पहली टेस्ट विजय 1952 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में हासिल हुई थी। टीम इंडिया को अब तक भारत में खेले गए 249 टेस्ट मैचों में 88 में जीत और 51 में हार मिली, एक टेस्ट टाई हुआ और 109 टेस्ट ड्रॉ समाप्त हुए हैं। घर में भारत की जीत का प्रतिशत 35.34 है। घरेलू पिच पर भारत ने सबसे ज्यादा टेस्ट (55) इंग्लैंड के खिलाफ खेले, लेकिन भारत को सबसे ज्यादा 19 जीत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हासिल हुई। जिंबाब्वे और श्रीलंका आज तक भारतीय सरजमीं पर कोई टेस्ट नहीं जीत सकी है। जबकि बांग्लादेश ने भारत में अब तक कोई टेस्ट मैच नहीं खेला है। बांग्लादेश इसी साल भारत में अपना पहला टेस्ट खेलेगी।
महेंद्र सिंह धोनी घरेलू पिच पर सबसे सफल कप्तान रहे। धोनी ने घर पर 30 टेस्ट मैचों में कप्तानी की जिसमें 21 में टीम इंडिया को जीत हासिल हुई। धोनी को घर पर केवल 3 टेस्ट में हार मिली और 6 टेस्ट ड्रॉ रहे। घर में बतौर कप्तान धोनी ने 70 प्रतिशत मैचों में जीत हासिल की।
भारत में सबसे ज्यादा टेस्ट मैच मुंबई में खेले गए। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 24 और ब्रैबोर्न स्टेडियम, में 18 और जिमखाना में 1 टेस्ट का आयोजन हुआ है। यानी कुल मिलाकर मुंबई में अब तक 43 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। लेकिन किसी एक भारतीय मैदान पर सबसे ज्यादा टेस्ट की बात करें तो कोलकाता का ईडन गार्डन इस मामले में बाजी मार ले जाता है। ईडन गार्डन सबसे ज्यादा 39 टेस्ट मैचों की मेजबानी कर चुका है। इसके बाद दिल्ली के फिरोज शाह कोटला का स्थान आता है जहां अब तक 33 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं।
घर पर किसके खिलाफ खेले कितने टेस्ट
टीम मैच जीत हार टाई ड्रॉ
दक्षिण अफ्रीका 16 08 05 00 03
इंग्लैंड 55 15 13 00 27
वेस्टइंडीज 45 11 14 00 20
न्यूजीलैंड 32 14 02 00 16
पाकिस्तान 33 07 05 00 21
ऑस्ट्रेलिया 46 19 12 01 14
श्रीलंका 17 10 00 00 07
जिंबाब्वे 05 04 00 00 01
कुल 249 88 51 01 109
ये है घरेलू सरजमीं पर टीम इंडिया की यात्रा
पहला इंग्लैंड जिमखाना बॉम्बे 1933 हार
पचासवां इंग्लैंड फिरोज शाह कोटला दिल्ली 1964 ड्रॉ
सौवां पाकिस्तान चिन्नास्वामी स्टेडियम बैंगलोर 1979 ड्रॉ
डेढ़ सौवां जिंबाब्वे फिरोजशाह कोटला 1993 जीत
दो सौवां पाकिस्तान ईडन गार्डन कोलकाता 2005 जीत
ढाई सौवां न्यूजीलैंड ईडन गार्डन कोलकाता 2016 ……..
किस मैदान पर सबसे ज्यादा मैच
ईडन गार्डन, कोलकाता 39
फिरोज शाह कोटला दिल्ली 33
एमए चिदंबरम, चेन्नई 31
वानखेड़े स्टेडियम, मुंबई 24
ब्रैबोर्न स्टेडियम, मुंबई 18
ग्रीन पार्क कानपुर 22
मोहाली 12
सरदार पटेल स्टे, अहमदाबाद 12
नेहरू स्टेडियम चेन्नई 09
विदर्भ क्रिकेट एसो नागपुर, 09