कबड्डी विश्वकप अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है। 22 अक्टूबर को खेले जाने वाले फाइनल में विश्वविजेता भारत का मुकाबला ईरान के साथ होगा।भारत और ईरान 2012 और 2016 के एशियाई खेलों में भी भिड़ चुके हैं और दोनों बार ही भारत को जीत मिली।
21 अक्टूबर को अहमदाबाद में खेले गए दुसरे सेमीफाइनल में भारत ने थाईलैंड की टीम को पूरी तरह राउंड दिया। पूरे मैच में भारतीय टीम इस कदर हावी थी कि कहीं से ऐसा नहीं लगा कि थाईलैंड ग्रुप बी में टॉप पर रही थी। टीम इंडिया ने थाई टीम को 73-20 के अंतर से मात देकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की।
वहीं पहले सेमी फाइनल में पूरे टूर्नामेंट में अपराजित रहने वाली वाली दक्षिण कोरिया को लो स्कोरिंग मैच में ईरान ने 26-21 के अंतर से पराजित कर दिया।
थाईलैंड के खिलाफ भारत ने पूरे मैच में पकड़ बनाए रखी। भारत की तरफ से अनूप कुमार, अजय ठाकुर और प्रदीप नरवाल ने रेड में गजब का खेल दिया। पहले हाफ में भारत ने थाईलैंड को 3 बार ऑल आउट किया। छठे, 12वें और 18वें मिनट में थाई टीम को ऑल आउट कर टीम इंडिया ने पहले हाफ में ही 36-8 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली थी। थाईलैंड को 53 अंको से हराकर भारतीय खिलाड़ियों ने विपक्षी दल के साथ खिलवाड़ किया। थाई टीम ने पूरे टूर्नामेंट में बेहतरीन खेल दिखाया लेकिन भारत के खिलाफ उनका जादू नहीं चल सका।
कबड्डी वर्ल्ड कप के पहले सेमीफाइनल में ईरान ने दक्षिण कोरिया को मात देकर फाइनल में प्रवेश किया। उम्मीद के उलट अब तक इस टूर्नामेंट में अपराजित रहने वाली कोरिया फाइनल में ईरान से 21-26 से हार कर बाहर हो गई।
पहले मैच में भारत को हराकर कबड्डी विश्व कप 2016 का पहला बड़ा उलटफेर करने वाली कोरियाई टीम ने अपनी काबिलियत से निचले दर्जे का खेल दिखाया। टूर्नामेंट के स्टार रहे चैन कुन ली ज्यादा कुछ नहीं कर पाए। लो स्कोरिंग रहे इस मुकाबले में दोनों ही टीमों के खिलाड़ी बड़ी चतुराई से खेल रहे थे।
पहले हाफ में कोरिया ने ईरान पर 6 अंकों की बढ़त बना ली थी। लेकिन ली के कोर्ट से बाहर जाते ही पहले हॉफ के अंतिम दो।मिनट में जोरदार खेल दिखाते हुए ईरान ने वापसी की लेकिन पहले हाफ के अंत में 13-11 से पीछे थी।
ईरान के कप्तान मिराज शेख और फरज अतराचली ने शानदार खेल दिखाया। मैच में ईरान के लिए सबसे मुख्य कड़ी उसके डिफेंडर रहे। जीत का श्रेय ईरान के डिफेंडरों को जाता है, जिन्होंने चैन कुन ली को आखिरी 8 मिनट तक कोर्ट से बाहर रखा। हालांकि ईरान ने पहल हाफ में काफी तकनीकी गलतियां की, मगर कोरिया के डिफेंस ने ढीला प्रदर्शन कर अपनी टीम के लिए वापसी के सभी दरवाजे बंद कर दिए।