विशाखापट्टनम: पिछले एक साल से चोट के कारण टीम इंडिया से बाहर चल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा को एक बार फिर सफेद जर्सी पहनकर खेलने का मौका मिल ही गया। मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय एकादश का कप्तान विराट कोहली ने ऐलान किया और बड़ा निर्णय लेते हुए रिषभ पंत की जगह साहा को शामिल कर लिया।
साहा की गैर मौजूदगी में पंत ने इंग्लैंड में पिछले साल टेस्ट डेब्यू किया और धीरे-धीरे अपनी जगह टीम में पक्की कर ली। उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट शतक जड़ने का भी अनोखा कारनामा कर दिखाया। साथ ही विकेट के पीछे सबसे तेजी से 50 शिकार करने वाले भारतीय विकेटकीपर भी बने। लेकिन कैरेबियाई दौरे पर उनके खराब फॉर्म ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दीं और रिद्धिमान साहा की टीम में वापसी का रास्ता साफ कर दिया। हालांकि साहा कैरेबियाई दौरे पर टेस्ट टीम में शामिल थे लेकिन टीम मैनेजमेंट मे पंत को ही दोनों मैचों में मौका दिया।
ऐसे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज की शुरुआत में ही विराट कोहली ने साहा की वापसी का ऐलान कर दिया। साहा को टीम में शामिल किए जाने के बारे में विराट ने कहा, साहा को पहले ही मौका मिल जाता लेकिन हमने उनकी वापसी को आसान बनाने के लिए उन्हें पहले टीम में शामिल किया ताकि वो सहज महसूस कर सकें। हमने उनपर तत्काल सबकुछ शुरू करने का दवाब नहीं डाला। हम सबको महसूस हुआ कि वो अभी वापस आए हैं। हालांकि वो अच्छी तरह विकेटकीपिंग और बल्लेबाजी कर रहे हैं। पिछले सीजन में पंत ने हमारे लिए जो किया उस वजह से उन्हें भी कुछ और मौके देना भी सही था।’
विराट ने आगे कहा, ‘साहा ऐसे खिलाड़ी हैं एक विशेषज्ञ विकेटकीपर के रूप में आप हमेशा टीम में रखना चाहते हैं। वो पहले भी टेस्ट क्रिकेट में हमारे लिए अच्छा कर चुके हैं। कुल मिलाकर हम उनकी टीम में वापसी के लिए सही मौके का इंतजाप सही मौके का इंतजार कर रहे थे।’
साहा ने अबतक टीम इंडिया के लिए खेले 32 टेस्ट मैच की 46 पारियों में 30.63 की औसत से 1164 रन बनाए हैं। जिसमें 3 शतक और पांच अर्धशतक बनाए हैं। विकेट के पीछे भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। उन्होंने इतने ही मैचों में कुल 85 शिकार किए हैं जिसमें 75 कैच और 10 स्टंपिंग शामिल हैं।
वहीं दूसरी तरफ रिषभ पंत ने 11 टेस्ट मैच की 18 पारियों में 44.35 की औसत से 754 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 2 शतक और 2 अर्धशतक निकले हैं। विकेट के पीछे उन्होंने 11 मैच में 51 कैच और 2 स्टंपिंग सहित कुल 53 शिकार किए हैं। साहा को स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ शानदार विकेटकीपर माना जाता है ऐसे में इस कमजोरी की वजह से पंत को टीम से बाहर जाना पड़ा है।