रूसी हैकिंग ग्रुप “फेंसी बीयर्स” ने मंगलवार को दावा किया कि उसने वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) का डाटाबेस हैक किया है, जिससे पता चला है कि अमेरिकी टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स, उनकी बहन वीनस विलियम्स और रियो में चार गोल्ड जीतने वाली जिमनास्ट सिमोन बाइल्स को बैन ड्रग्स लेने की इजाजत थी।
यदि यह दावा सच है तो सिमोन का स्वर्ण पदक उनसे वापस लेकर दूसरे खिलाड़ियों को दिया जा सकता है। ऐसा करने का सीधा फायदा चौथे स्थान पर रही दीपा को कांस्य पदक के रूप में मिल सकता है। इसी तरह सानिया मिर्ज़ा और रोहन बोपन्ना की जोड़ी को ओलंपिक पदक हासिल हो जाएगा। सानिया मिर्ज़ा और बोपन्ना की जोड़ी अमेरिका की वीनस विलियम्स और एंडी राम की जोड़ी से हार गई थी। यदि वीनस डोपिंग की दोषी पाई गईं तो उनसे पदक छीना जा सकता है। इसके बाद यह पदक सानिया -बोपन्ना की जोड़ी को मिल सकता है।
हैकिंग साइट ने दावा किया है कि उसने अमेरिकी एथलीटों से जुड़ी कई फाइलों को हैक किया और इसके बाद इस सनसनीखेज बात का पता चला। साइट ने ये भी दावा किया है कि वर्ल्ड की पूर्व नंबर.1 महिला टेनिस स्टार सेरेना को 2010, 2014 और 2015 में ऑक्सीकोडोन, हाइड्रोमोफरेन, प्रेडनीसोन और मिथाइलप्रेडनिसोलोन लेने की इजाजत थी। साइट ने यह भी दावा किया है कि सिमोन बाइल्स तो एक बार डोप टेस्ट में नाकाम भी हुई थीं लेकिन इसके बाद भी उन्हें बैन नहीं किया गया। सेरेना की बहन वीनस को 2010, 2012 और 2013 में प्रेडनिसोन, प्रेडनिसोलोन और ट्रायेमसिलोन जैसी दवाओं के सेवन की इजाजत थी।
इस साल अगस्त में बाइल्स को मेथिलफेंडिनेट के सेवन का दोषी पाया गया था लेकिन वे अयोग्य नहीं करार दी गईं। साल 2013 और 2014 में उन्हें डेक्ट्रोएम्फेटामीन के सेवन की इजाजत थी। 10 बार की विश्व गोल्ड मेडल विनर बाइल्स को अगस्त 2016 में डोप टेस्ट में नाकाम पाया गया था। इसके अलावा साइट ने दावा किया है कि अमेरिकी बास्केटबॉल स्टार एलेना डेले डोने के ड्रग टेस्ट से पता चला कि उन्होंने भी एम्फेटेमाइन का सेवन किया है। इसके अलावा साल 2014 में वे हाइड्रोकार्टिसोन के सेवन की दोषी पाई गई थीं, जो एक प्रतिबंधित दवा है।
डोपिंग के कारण पूरी रूसी टीम रियो में हिस्सा नहीं ले सकी और इसी के बाद रूसी हैकिंग टीम वाडा की वेबसाइट हैक करने में लगी हुई थी। कुछ समय पहले वाडा ने इसका खुलासा भी किया था कि रूसी हैकर उसकी साइट हैक करने की कोशिश कर रहे हैं।